डिफेन्स मिनिस्ट्री ने की पिनाका रॉकेट लॉंचर की सबसे बडी
डील
भारत की रक्षा मंत्रालय ने किया है 2580 करोड रुपये की डील
टाटा पॉवर L & T BEML कंपनी के साथ की है सबसे बडी डील इस की सबसे बडी खासियत क्या है खुद ही देखिये
पिनाका रॉकेट लॉंचर जिस वाहनो मे रखा जायेगा उस वाहनों की निर्मिती बी इ एम एल कंपनी करेगी
मेड इन इंडिया हे कन्सेप्ट ध्यान मे रहते हुए सरकारने निर्णय लिया है कि
पिनाका रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के लिए Tata Power (TPCL) और L&T के साथ करार किया गया है। वहीं, डिफेंस सेक्टर की PSU BEML को भी इस प्रोजोक्ट का हिस्सा बनाया गया है। BEMLऐसे वाहनों की आपूर्ति करेगी जिस पर रॉकेट लांचर को रखा जाएगा।
बता दें की LAC पर चीन की बढ़ती हरकतों की वजह से भारत-चीन सीमा पर लगातार सैन्य ताकत बढ़ाई जा रही है। इसके साथ ही देश की पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान चीन के साथ मिलीभगत से अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ऐसे में भारतीय सैन्यबल दो मोर्चों पर एक साथ निपटने की तैयारी में है।
डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया है कि 6 पिनाका रेजिमेंट में ऑटोमेटेड गन एमिंग एंड पोजिशनिंग सिस्टम ( AGAPS ) के साथ 114 लांचर और 45 कमान पोस्ट भी होंगे। कहा गया कि मिसाइल रेजिमेंट का ऑपरेशन 2024 तक शुरू करने की योजना है।
हाल ही में रक्षा मंत्रालय के अधिग्रहण विंग ने मैसर्स भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML), मैसर्स टाटा पावर कंपनी लिमिटेड (TPCL) और मैसर्स लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के साथ 2580 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। अनुबंध पर हस्ताक्षर भारतीय सेना के आर्टिलरी रेजिमेंट को छह पिनाका रेजिमेंट की आपूर्ति के लिए किए गए हैं और जिससे सशस्त्र बलों की संचालन तैयारियों को और अधिक बल मिलेगा।
पिनाका रॉकेट लॉंचर जिस वाहनो मे रखा जायेगा उस वाहनों की निर्मिती बी इ एम एल कंपनी करेगी
इन छह पिनाका रेजीमेंट में ऑटोमेटेड गन ऐमिंग एंड पोजिशनिंग सिस्टम (AGAPS) के साथ 114 लॉन्चर और 45 कमांड पोस्ट हैं जिन्हें मैसर्स टीपीसीएल और मैसर्स एलएंडटी से खरीदा जायेगा तथा 330 वाहनों को मैसर्स बीईएमएल से खरीदा जाएगा, जिसे 2024 तक छह पिनाका रेजीमेंट में शामिल करने की योजना है। साथ ही, यह रक्षा क्षेत्र में भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को और बढ़ावा प्रोत्साहित करेगा।
इसमें कहा गया कि हथियार प्रणाली में 70 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री होगी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने परियोजना को मंजूरी दी है। पिनाका मल्टीपल लांच रॉकेट सिस्टम (MLRS) को DRDO ने विकसित किया है।